इस्लाम के दुश्मनों के मंसूबों और उन्हें नाकाम बनाने में सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह ख़ामेनई की भूमिका - हसन नस्रुल्लाह
लेबनान प्रतिरोधी आंदोलन हिज़्बुल्लाह के जनरल सेक्रेटरी हसन नसरुल्लाह ने कहा है कि इस्लाम दुश्मन ताक़तों के मंसूबों और उन्हें नाकाम बनाने में ईरान के सुप्रीम लीडर हज़रत आयतुल्लाह ख़ामेनई की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है । वह दुश्मन को भलभाँति जानते हैं तथा उनके विरुद्ध संघर्ष में महत्वपूर्ण किरदार निभाते हैं । लेबनान यात्रा पर गए ईरान पार्लियामेंट के सहायक स्पीकर अमीर अब्दुल्लाहियान से मुलाक़ात करते वक़्त हिज़्बुल्लाह के जनरल सेक्रेटरी हसन नसरुल्लाह ने यह विचार व्यक्त किये । उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन मुद्दा तथा सीरिया, लेबनान क्षेत्रीय शांति व्यवस्था से जुड़े मुद्दे हैं । उन्होंने कहा जैसे जैसे अवैध राष्ट्र अपने विनाश के निकट पहुँच रहा है वह अरब देशों से संबंघ सामान्य करने की कोशिशों में लगा हुआ है । नसरुल्लाह ने क्षेत्र को विभाजित करने की साज़िशों पर ध्यान देने की ज़रूरत पर बल देते हुए कहा कि हम हलब , मूसेल और अरसाल मे आपसी एकता और एत्तेहाद के कारण विजय प्राप्त करने में सफल रहे हैं । उन्होंने क़ुद्स के हालिय संकट की ओर संकेत करते हुए कहा कि अवैध राष्ट्र इस्लाम का चेहरा बिगाड़ने ओर क्षेत्रीय देशों को नष्ट करने की अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा है हम भी अवैध राष्ट्र के वृद्ध अपना संघर्ष जारी रखेंगे । अमीर अब्दुल्लाहियान ने हिज़्बुल्लाह को हालिया विजय और २००६ में ज़ायोनी शासन के विरुद्ध विजय की वर्षगांठ पर मुबारक़बाद देते हुए कहा कि ईरान हिज़्बुल्लाह की क़ुर्बानियों और उसके प्रशंसनीय कामों की सराहना करता है।
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