आस्था और अन्धविश्वास के बीच फासले की जो लाइन है वो हमारे इस देश में बहुत ही पतली है क्योकि हम समझ ही नहीं पाते है और कब आस्था की लाइन क्रॉस करके अंधविश्वास में चले जाते है। जहां पूरी दुनिया में भारत अपनी अनोखी संस्कृति और सभ्यता के लिए जाना जाता है वही लोगो के बीच में भारत की पहचान कर्मकांड, तंत्र-मंत्र, और काला जादू जैसे कुकृत्य के लिए भी प्रसिध्द है। वैसे तो कई तरह की तंत्र साधना होती है लेकिन शायद ही आप जानते होंगे की कुछ लोग मुर्दों का मांस खाकर भी इस तरह की तथाकथित तंत्र साधना को पूरा करते है। आप भी जानिये कौन है वो जो मुर्दों का मांस खाते है – मुर्दों का मांस – कौन होते है ये अघोरी- साधारण साधु नही बल्कि इस दुनिया से अलग होते अघोरी है। अघोरी बनने के लिये इन बाबाओ को कई प्रकार कि कठिन परीक्षा से गुजरना पड़ता है। बहते पानी से लेकर जलती आग मे प्रवेश करना अघोरी बनने का पहला चरण होता है। ऐसी कोई चीज नही होती है, जो अघोरी का निवाला न बनी होती हो। ये लोग मुर्दों का मांस खाकर अपनी तंत्र साधना को अंजाम देते है। जाने अघोरी समुदाय के बारे में- अघोरी समुदाय