3 तलाक एवं हलाला पर आपत्ति जताने वाले आखिर नियोग प्रथा पर खामोश क्यों हैं,
हलाला ठीक है या ग़लत कम से कम विवाहित महिला शारीरिक संबंध अपने पति से ही बनाती
है! पर नियोग प्रथा से संतान सुख के लिए किसी भी ब्राह्मण पुरुष से नियोग प्रथा के
अनुसार उससे शारीरिक संबंध बना सकती है! यह कितना बड़ा अत्याचार और पाप हुआ?
नियोग प्रथा क्या है?
हिन्दू धर्म में एक रस्म है जिसे नियोग कहते है ,इस प्रथा के अनुसार किसी विवाहित महिला को बच्चे पैदा
न हो रहे हो तो वो किसी भी ब्राह्मण पुरुष से नियोग प्रथा के अनुसार उससे शारीरिक संबंध
बना सकती है!
नियोग प्रथा के नियम हैं:-
१. कोई भी महिला इस प्रथा का पालन केवल संतान प्राप्ति के लिए करेगी न कि आनंद
के लिए।
२. नियुक्त पुरुष केवल धर्म के पालन के लिए इस प्रथा को निभाएगा। उसका धर्म यही
होगा कि वह उस औरत को संतान प्राप्ति करने में मदद कर रहा है।
३. इस प्रथा से जन्मा बच्चा वैध होगा और विधिक रूप से बच्चा पति-पत्नी का होगा,
नियुक्त व्यक्ति का
नहीं।
४. नियुक्त पुरुष उस बच्चे के पिता होने का अधिकार नहीं मांगेगा और भविष्य में
बच्चे से कोई रिश्ता नहीं रखेगा।
५. इस प्रथा का दुरूपयोग न हो, इसलिए पुरुष अपने जीवन काल में केवल तीन बार नियोग का पालन कर
सकता है।
६. इस कर्म को धर्म का पालन समझा जायेगा और इस कर्म को करते समय नियुक्त पुरुष
और पत्नी के मन में केवल धर्म ही होना चाहिए, वासना और भोग-विलास नहीं। नियुक्त
पुरुष धर्म और भगवान के नाम पर यह कर्म करेगा और पत्नी इसका पालन केवल अपने और अपने
पति के लिए संतान पाने के लिए करेगी।
७. नियोग में शरीर पर घी का लेप लगा देते हैं ताकि पत्नी और नियुक्त पुरुष के मन
में वासना जागृत न हो। (उपरोक्त जानकारी एक वेबसाइट से ली गई है)
Koi nhi janata ye ? Kha se laye !! Agr sastra m h bhi to vo us samay khadayu per m pahnte the haha 😂
ReplyDeleteNiyog was choice where Halala with unlimited times is mandatory Quran 2.230🤣🤣🤣
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