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Showing posts from July 23, 2017

घबराओ नहीं[जरुर पढे]

युद्ध में हार या जीत का असली मानक हसन नसरुल्ला, हिज़्बुल्लाह के नेता, की शहादत ने एक नई बहस छेड़ दी है कि युद्ध में असली जीत और हार का क्या मानक है। उनकी शहादत एक बड़ा नुकसान है, लेकिन जिस सिद्धांत और उद्देश्य के लिए उन्होंने संघर्ष किया, वह आज भी जीवित है। उनका जीवन और बलिदान इस बात का प्रतीक है कि जब किसी कौम के पास एक मजबूत सिद्धांत होता है, तो वह अपने अस्तित्व के लिए लड़ती रहती है। युद्धों का इतिहास हमें सिखाता है कि हार और जीत का निर्णय हमेशा युद्ध के मैदान में लड़ने वालों की संख्या या शहीदों की संख्या पर नहीं होता, बल्कि उस उद्देश्य की सफलता पर होता है जिसके लिए युद्ध लड़ा गया। यही उद्देश्य है जो जातियों को प्रेरित करता है और उन्हें लड़ने के कारण प्रदान करता है। जब भी कोई कौम युद्ध की शुरुआत करती है, वह एक स्पष्ट उद्देश्य से प्रेरित होती है। यह उद्देश्य कुछ भी हो सकता है: स्वतंत्रता, आत्मनिर्णय, राष्ट्रीय सुरक्षा, या किसी सिद्धांत का संरक्षण। युद्ध में भाग लेने वाले लोग विश्वास करते हैं कि वे किसी बड़े कारण के लिए लड़ रहे हैं। यदि यह उद्देश्य पूरा होता है, तो इसे सफलता माना जाता ...

निर्दोष बच्चों, महिलाओं ,मौलाना काज़िम पर पुलिस द्वारा क्रूर हमले के खिलाफ विरोध

बिहार सरकार के अत्याचार पर मजलिसे ओलमाए हिंद बरसा

लखनऊ 22 जुलाई : बिहार के शहर मुजफ्फरपुर में वक्फ माफियों के वकफ भूमि पर अवैध कब्जों के खिलाफ 21 जुलाई को जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रर्दशन कर रहे नमाजियों पर जिला प्रशासन की बर्बरता और लाठीचार्ज के खिलाफ आज मजलिसे ओलमाए हिंद की और से मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी के अवास पर 4 बजे एक प्रेस वार्ता का आयोजन हुआ। प्रेस वार्ता में वक्फ माफियाओं के साथ पुलिस की मिलीभगत और नमाजियों पर बेरहमी के साथ की गई लाठीचार्ज और बर्बरता की कड़े शब्दों में निंदा की गई।21जुलाई को जुमे की नमाज के बाद वक्फ माफियाओं के खिलाफ विरोध प्रर्दशन करने वालों पर पुलिस ने बेरहमी के साथ लाठीचार्ज किया और बर्बरता का मुजाहिरा किया जिसके नतीजे में मौलाना शबीब काजिम आई सी यू में ऐडमिट हैं और उनके कई साथी गंभीर रूप से घायल हालत में अस्पताल में जेरे इलाज हैं।इस घटना के तुरंत बाद मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह से फोन पर बात की और नमाजियों पर हुए लाठी चार्ज, उनकी गिरफ्तारी और वक्फ माफियाओं की जिला प्रशासन से मिलीभगत के खिलाफ कार्रवाई की मांॅग की।गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही...

हिन्दू और मुसलमान की मोहब्बत आप भी देखें

अल्लाह के नबी का फ़रमान है पड़ोसियों से अच्छा व्यव्हार रखो ताकि मुसलमान कहलाओ

अबनाः इमाम जाफर सादिक़ अ.स. ने अपने शिष्यो द्बारा अपने शियों को कुछ वसीयतें फरमाई , जिन मे से कुछ निम्नलिखित हैं ।  1.ज़ैद इब्ने शह्हाम का बयान है कि मुझ से इमाम सादिक़ अ.स. ने फ़रमाया, तुम्हारी निगाह में जो भी मेरी पैरवी करने वाला और मेरे बारे में बातें करने वाला है उसको मेरा सलाम कहना, मैं तुम सभी को तक़वा और परहेज़गारी अपनाने, अल्लाह के लिए काम करने, सच बोलने, अमानतदारी को बाक़ी रखने, अधिक से अधिक सज्दे करने और पड़ोसियों से अच्छा रवैया अपनाने की वसीयत करता हूँ, क्योंकि पैग़म्बर यही शिक्षा और संस्कार ले कर आए थे। जिन लोगों ने तुम को अमानतदार समझ कर अपना माल तुम्हारे पास रखवाया वह अच्छे लोग हों या बुरे, उनकी अमानत को उसी प्रकार वापिस कर दो, क्योंकि अल्लाह के नबी का फ़रमान है कि सुई धागा भी अगर हो उसको भी वापिस करो। अपने घर वालों और रिश्तेदारों के साथ नेकी करो , उनमें से अगर किसी को देहांत हो जाए तो जनाज़े में शामिल हो, जब वह बीमार हों उन्हें देखने जाओ, उनका हक़ अदा करते रहो, अगर तुम में से कोई इस प्रकार जीवन बिताता है तो उसे परहेज़गार और अच्छी नैतिकता वाला इंसान कहा जाएगा, औ...