ह्यूस्टन एजेंसी वैज्ञानिकों ने बच्चों को कम उम्र में ही ‘बूढ़ा’ बनाने वाले प्रोजेरिया रोग का इलाज ढूढ़ा है। मानव कोशिकाओं के उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर और उन्हें दोबारा जवान बनाकर इस रोग पर काबू पाया जा सकता है।अमेरिका स्थित ह्यूस्टन मेथोडिस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने प्रोजेरिया पीड़ति बच्चे की कोशिकाओं का अध्ययन किया। शोध टीम में शामिल जॉन पी. कुक ने बताया, हम इस अध्ययन से पीड़ति बच्चों को सामान्य जिंदगी देने की कोशिश कर रहे हैं। अगर हम उनके कोशिकाओं के कार्य में बदलाव कर सकें तो ऐसे बच्चों को दोबारा लंबी उम्र दिया जाना संभव हो सकेगा। उन्होंने कहा कि हमारा पूरा ध्यान कोशिकाओं में पाए जाने वाले ‘टीलोमीयर्स’ पर है। ये प्रत्येक गुणसूत्र के नोक पर स्थित होते हैं, जो गुणसूत्रों को जोड़े रखते हैं। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है, ये टीलोमीयर्स छोटे होते जाते हैं। प्रोजेरिया से पीड़ित बच्चों में ये टीलोमीयर्स काफी तेजी से छोटे होते हैं। शोधार्थियों ने इस प्रक्रिया के लिए आरएनए चिकित्साशा तकनीक का सहारा लिया। उन्होंने एक कोशिका से टीलोमेरेज प्रोटीन निकाला, जो टीलोमीयर