सऊदी अरब का शिया बहुल अलवामिया लगातार कई महीनों से आले सऊद के अत्याचारों को सहन कर रहा है। ताज़ा जानकारी के अनुसार सऊदी सैनिकों ने इस शिया बहुल क्षेत्र की घेराबन्दी तंग करते हुए लोगों के घरों से निकलने पर प्रतिबंध लगाते हुए कर्फ्यू लगा रखा है । सूत्रों के अनुसार अत्याचारी आले सऊद ने आम नागरिकों को बिजली पानी जैसी प्राथमिक सुविधाओं से भी वंचित कर रखा है । सऊदी हत्यारों ने हय्युल हुसैन, नासेराह और सफ़वी जैसे आस पास के सभी क्षेत्रों में बख्तर बंद वहां तैनात कर रखे हैं । स्थानीय सूत्रों के अनुसार सऊदी सैनिकों की नाकाबंदी इतनी सख्त है कि लोग अपने घरों से निकल भी नहीं सकते । ज्ञात रहे कि हाल ही में सऊदी सैनिकों ने अपने घर के बाहर खड़े एक शिया युवक को गोलियों से छलनी कर दिया था ।
3 तलाक एवं हलाला पर आपत्ति जताने वाले आखिर नियोग प्रथा पर खामोश क्यों हैं, हलाला ठीक है या ग़लत कम से कम विवाहित महिला शारीरिक संबंध अपने पति से ही बनाती है! पर नियोग प्रथा से संतान सुख के लिए किसी भी ब्राह्मण पुरुष से नियोग प्रथा के अनुसार उससे शारीरिक संबंध बना सकती है! यह कितना बड़ा अत्याचार और पाप हुआ? नियोग प्रथा क्या है? हिन्दू धर्म में एक रस्म है जिसे नियोग कहते है , इस प्रथा के अनुसार किसी विवाहित महिला को बच्चे पैदा न हो रहे हो तो वो किसी भी ब्राह्मण पुरुष से नियोग प्रथा के अनुसार उससे शारीरिक संबंध बना सकती है! नियोग प्रथा के नियम हैं:- १. कोई भी महिला इस प्रथा का पालन केवल संतान प्राप्ति के लिए करेगी न कि आनंद के लिए। २. नियुक्त पुरुष केवल धर्म के पालन के लिए इस प्रथा को निभाएगा। उसका धर्म यही होगा कि वह उस औरत को संतान प्राप्ति करने में मदद कर रहा है। ३. इस प्रथा से जन्मा बच्चा वैध होगा और विधिक रूप से बच्चा पति-पत्नी का होगा , नियुक्त व्यक्ति का नहीं। ४. नियुक्त पुरुष उस बच्चे के पिता होने का अधिकार नहीं मांगेगा और भविष्य में बच्चे से कोई रिश्ता नहीं रखेगा।
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