युद्ध में हार या जीत का असली मानक हसन नसरुल्ला, हिज़्बुल्लाह के नेता, की शहादत ने एक नई बहस छेड़ दी है कि युद्ध में असली जीत और हार का क्या मानक है। उनकी शहादत एक बड़ा नुकसान है, लेकिन जिस सिद्धांत और उद्देश्य के लिए उन्होंने संघर्ष किया, वह आज भी जीवित है। उनका जीवन और बलिदान इस बात का प्रतीक है कि जब किसी कौम के पास एक मजबूत सिद्धांत होता है, तो वह अपने अस्तित्व के लिए लड़ती रहती है। युद्धों का इतिहास हमें सिखाता है कि हार और जीत का निर्णय हमेशा युद्ध के मैदान में लड़ने वालों की संख्या या शहीदों की संख्या पर नहीं होता, बल्कि उस उद्देश्य की सफलता पर होता है जिसके लिए युद्ध लड़ा गया। यही उद्देश्य है जो जातियों को प्रेरित करता है और उन्हें लड़ने के कारण प्रदान करता है। जब भी कोई कौम युद्ध की शुरुआत करती है, वह एक स्पष्ट उद्देश्य से प्रेरित होती है। यह उद्देश्य कुछ भी हो सकता है: स्वतंत्रता, आत्मनिर्णय, राष्ट्रीय सुरक्षा, या किसी सिद्धांत का संरक्षण। युद्ध में भाग लेने वाले लोग विश्वास करते हैं कि वे किसी बड़े कारण के लिए लड़ रहे हैं। यदि यह उद्देश्य पूरा होता है, तो इसे सफलता माना जाता ...
कहाँ है Human Rights : नाइजीरियाई सैनिकों ने 1 हज़ार से अधिक निहत्थे शिया मुसलमानों को मौत के घाट उतार दिया
एक मानवाधिकार संगठन ने कहा है कि हाल ही में नाइजीरियाई सैनिकों द्वारा शिया मुसलमानों के नरसंहार के बाद उन्हें सामूहिक क़ब्रों में दफ़्नाए जाने के उसके पास पुख़्ता सुबूत हैं। ब्रिटेन स्थित इस्लामी मानवाधिकार संगठन आईएचआरसी ने बुधवार को कहा है कि नाइजीरियाई सेना ने वरिष्ठ शिया धर्मगुरू के घर पर चढ़ाई के दैरान मारे गए सैकड़ों लोगों को ख़ुफ़िया तरीक़े से सामूहिक क़ब्रों में दफ़्न कर दिया है। आईएचआरसी की रिपोर्ट के अनुसार, नाइजीरियाई सैनिकों ने 1 हज़ार से अधिक निहत्थे शिया मुसलमानों को मौत के घाट उतार दिया है मानवाधिकार संगठन के प्रमुख मसूद शदजरह ने नाइजीरियाई सैनिकों द्वारा शिया मुसलमानों के योजनाबद्ध नरसंहार में 1,000 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि की है। शदजरह का कहना था कि एक हज़ार से अधिक निहत्थे निर्दोष लोगों को युजनाबद्ध तरीक़े से मार डाला गया। वास्तविकता यह है कि यह सब जो कुछ किया गया है, घोर अन्याय है। उल्लेखनीय है कि 13 दिसम्बर को वरिष्ठ शिया धर्मगुरू शेख़ इब्राहीम ज़कज़की की गिरफ़्तारी का विरोध करने वाले सैकड़ों शिया मुसलमानों की नाइजीरियाई सैनिकों न...