युद्ध में हार या जीत का असली मानक हसन नसरुल्ला, हिज़्बुल्लाह के नेता, की शहादत ने एक नई बहस छेड़ दी है कि युद्ध में असली जीत और हार का क्या मानक है। उनकी शहादत एक बड़ा नुकसान है, लेकिन जिस सिद्धांत और उद्देश्य के लिए उन्होंने संघर्ष किया, वह आज भी जीवित है। उनका जीवन और बलिदान इस बात का प्रतीक है कि जब किसी कौम के पास एक मजबूत सिद्धांत होता है, तो वह अपने अस्तित्व के लिए लड़ती रहती है। युद्धों का इतिहास हमें सिखाता है कि हार और जीत का निर्णय हमेशा युद्ध के मैदान में लड़ने वालों की संख्या या शहीदों की संख्या पर नहीं होता, बल्कि उस उद्देश्य की सफलता पर होता है जिसके लिए युद्ध लड़ा गया। यही उद्देश्य है जो जातियों को प्रेरित करता है और उन्हें लड़ने के कारण प्रदान करता है। जब भी कोई कौम युद्ध की शुरुआत करती है, वह एक स्पष्ट उद्देश्य से प्रेरित होती है। यह उद्देश्य कुछ भी हो सकता है: स्वतंत्रता, आत्मनिर्णय, राष्ट्रीय सुरक्षा, या किसी सिद्धांत का संरक्षण। युद्ध में भाग लेने वाले लोग विश्वास करते हैं कि वे किसी बड़े कारण के लिए लड़ रहे हैं। यदि यह उद्देश्य पूरा होता है, तो इसे सफलता माना जाता ...
कैलिफॉर्निया
अमेरिका में एक मुस्लिम महिला ने पुलिस द्वारा जबरन हिजाब उतरवाने पर 85 हजार डॉलर (लगभग 54 लाख रुपये) का मुआवजा हासिल किया है। पुलिस ने कस्टडी के दौरान महिला का जबरन हिजाब उतरवाया था। मुकदमे के अनुसार यह घटना पिछले साल की है जब किर्स्टी पॉवेल और उनके पति को पुलिस ने कस्टमाइज्ड 'लो राइडर' कार चलाने के जुर्म में पकड़ा था। सीएनएन के मुताबिक पुलिस को पॉवेल के खिलाफ एक वॉरंट मिला, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया था।
पॉवेल के पति ने एक महिला अधिकारी से गिरफ्तारी देखने का अनुरोध किया, लेकिन गिरफ्तार करने वाले अधिकारी ने यह अनुरोध ठुकराते हुए पॉवेल को हिजाब हटाने को कहा। पॉवेल को बिना हिजाब के जेल में पूरी रात काटनी पड़ी। पॉवेल के पति के बॉन्ड भरने के बाद महिला को हिजाब वापस किया गया। पॉवेल ने अप्रैल, 2016 में मुकदमा दाखिल किया था। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया कि उनके अधिकारों का उल्लंघन हुआ।
पॉवेल को बिना हिजाब के फोटो खिंचवाने के लिए बाध्य किया गया था। उन्होंने कहा कि इससे उन्हें असुविधा हुई और उन्हें अपमान भी सहना पड़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी व्यक्तिगत अखंडता और धार्मिक विश्वास का उल्लंघन किया गया। कोर्ट ने कैलिफॉर्निया के स्थानीय प्राधिकरण को पॉवेल को 85,000 डॉलर का मुआवजा देने का आदेश दिया। अमेरिकी-इस्लामिक रिलेशन ने इस मामले के निपटारे की घोषणा की और पॉवेल की तारीफ भी की।
Comments
Post a Comment