युद्ध में हार या जीत का असली मानक हसन नसरुल्ला, हिज़्बुल्लाह के नेता, की शहादत ने एक नई बहस छेड़ दी है कि युद्ध में असली जीत और हार का क्या मानक है। उनकी शहादत एक बड़ा नुकसान है, लेकिन जिस सिद्धांत और उद्देश्य के लिए उन्होंने संघर्ष किया, वह आज भी जीवित है। उनका जीवन और बलिदान इस बात का प्रतीक है कि जब किसी कौम के पास एक मजबूत सिद्धांत होता है, तो वह अपने अस्तित्व के लिए लड़ती रहती है। युद्धों का इतिहास हमें सिखाता है कि हार और जीत का निर्णय हमेशा युद्ध के मैदान में लड़ने वालों की संख्या या शहीदों की संख्या पर नहीं होता, बल्कि उस उद्देश्य की सफलता पर होता है जिसके लिए युद्ध लड़ा गया। यही उद्देश्य है जो जातियों को प्रेरित करता है और उन्हें लड़ने के कारण प्रदान करता है। जब भी कोई कौम युद्ध की शुरुआत करती है, वह एक स्पष्ट उद्देश्य से प्रेरित होती है। यह उद्देश्य कुछ भी हो सकता है: स्वतंत्रता, आत्मनिर्णय, राष्ट्रीय सुरक्षा, या किसी सिद्धांत का संरक्षण। युद्ध में भाग लेने वाले लोग विश्वास करते हैं कि वे किसी बड़े कारण के लिए लड़ रहे हैं। यदि यह उद्देश्य पूरा होता है, तो इसे सफलता माना जाता ...
लखनऊ 22 जुलाई : बिहार के शहर मुजफ्फरपुर में वक्फ माफियों के वकफ भूमि पर अवैध कब्जों के खिलाफ 21 जुलाई को जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रर्दशन कर रहे नमाजियों पर जिला प्रशासन की बर्बरता और लाठीचार्ज के खिलाफ आज मजलिसे ओलमाए हिंद की और से मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी के अवास पर 4 बजे एक प्रेस वार्ता का आयोजन हुआ। प्रेस वार्ता में वक्फ माफियाओं के साथ पुलिस की मिलीभगत और नमाजियों पर बेरहमी के साथ की गई लाठीचार्ज और बर्बरता की कड़े शब्दों में निंदा की गई।21जुलाई को जुमे की नमाज के बाद वक्फ माफियाओं के खिलाफ विरोध प्रर्दशन करने वालों पर पुलिस ने बेरहमी के साथ लाठीचार्ज किया और बर्बरता का मुजाहिरा किया जिसके नतीजे में मौलाना शबीब काजिम आई सी यू में ऐडमिट हैं और उनके कई साथी गंभीर रूप से घायल हालत में अस्पताल में जेरे इलाज हैं।इस घटना के तुरंत बाद मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह से फोन पर बात की और नमाजियों पर हुए लाठी चार्ज, उनकी गिरफ्तारी और वक्फ माफियाओं की जिला प्रशासन से मिलीभगत के खिलाफ कार्रवाई की मांॅग की।गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही मौलाना और नमाजियों को रिहा कर दिया जाएगा साथ ही वक्फ माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई का यकीन भी दिलाया।
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मजलिसे ओलमाए हिंद के महासचिव मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने कहा कि वक्फ संपत्तियों पर वक्फ माफियाओं के अवैध कब्जों का विरोध कर रहे ओलमा और जनता पर जिला प्रशासन की बर्बरता निंदनीय है। बच्चों,महिलाओं और बुजुर्गों पर बेरहमी के साथ लाठीचार्ज किया गया, मौलाना शबीब काजिम और उनके परिजनों पर भी अत्याचार किया गया है।लाठी चार्ज के नतीजे में कई लोग गंभीर घायल हैं और कई लोगों के हाथों पैरों में फेक्चर भी हुआ है। हम इस घटना की निंदा करते हैं। मौलाना ने बिहार सरकार से वक्फ सुरक्षा की मांग करते हुए कहा कि बिहार सरकार को चाहिए कि वह वक्फ सुरक्षा को सुनिश्चित बनाये और वक्फ माफियाओं पर शिकंजा कसे।मौलाना ने कहा कि बिहार सरकार वक्फ माफियाओं से मिलीभगत के बाद जिला प्रशासन द्वारा नमाजियों पर किए गए जानलेवा लाठीचार्ज और बर्बरता की जाँच कराते हुए वक्फ माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करे। मौलाना ने कहा कि बिहार सरकार याद रखे कि कोई भी सरकार जुल्म के साथ कायम नहीं रह सकती है ,जुल्म के नतीजे ही में समाजवादी सरकार और कांग्रेस का सफाया हुआ है।इसलिए बिहार सरकार मजलूमों का समर्थन करे और वक्फ माफियाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं।मौलाना ने कहा के तै पाया है के अगर जल्दी ही मौलान शबीब काजिम और उनके साथियों को रिहा नही किया गया तो बिहार भवन पर जबरदस्त प्रर्दशन किया जायेगा।
प्रेस वार्ता मैं मौलाना रजा हुसैन, मौलाना हबीब हैदर,मौलाना निसार एहमद, मौलाना फीरोज हुसैन मौलाना,सफदर हुसैन जोनपुरी, मौलाना हसन मेहन्दी गाजीपुरी,मौलाना तनवीर हुसैन, मौलाना असीफ जायसी व अन्य ओलमा ने भाग लिया।
जारी कर्ता : फराज नकवी

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