नौगावां सादात में श्रीधार्मिक रामलीला कमेटी के तत्वावधान में रामलीला का मंचन शुरू हो गया। कमेटी के अध्यक्ष गुलाम अब्बास किट्टी हिन्दू भाइयों की पूजा-अर्चना के बाद फीता काट कर मंचन का शुभारंभ किया। बता दें कि नौगावां सादात की रामलीला सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल है। इस मौके पर कमेटी के उपाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ,सुदेश बाल्मीकि , आफताब अडवाणी , आशोक कुमार , शबाब हैदर, व देवेश मौजूद रहे।
उत्तरप्रदेश के तहसील नौगावां सादात एक मुस्लिम बहूसंख्यक क्षेत्र है पर यहाँ हिन्दू - मुस्लिम एक साथ मिलकर अपने अपने त्यौहार मिलकर मनाते हैं इसी लिए यहाँ एकता की मिसाल मौजूद है।
नौगावां सादात की रामलीला पुरे भारत में सद्भाव की मिसाल है। यहां के मुसलमान 1973 से रामलीला का मंचन कर रहे हैं जो पुरे भारत के लिए एक सन्देश है । यहाँ के मुस्लमान चंदा देने से लेकर विजयादशमी तक कंधे से कंधा मिलाकर चलते हैं। रामलीला प्रबंध कमेटी भी मुस्लिम ही चला रहे हैं।
श्री धार्मिक रामलीला कमेटी का गठन 1973 में समाजसेवी एवं भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य सुवार्गीय अहसान अख्तर ने किया था वे कमेटी के पहले अध्यक्ष थे । 30 वर्ष तक उन्होंने रामलीला के आयोजन में भागीदारी निभाई। फिर उनके भतीजे गुलाम अब्बास (किट्टी) को अध्यक्ष बनाया गया। इसके अलावा कस्बे के अन्य मुस्लिम भाई रामलीला के आयोजन में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं।
राम सिंह गुप्ता बताते हैं कि चंदा की शुरुआत भी मुस्लिम भाई करते हैं और रामलीला का उद्घाटन भी मुस्लिम भाइयों द्वारा कराया जाता है। कलाकार लाने से लेकर सभी प्रकार के प्रबंध मुस्लिमों के हाथ में ही रहते हैं।
श्री धार्मिक रामलीला कमेटी के अध्यक्ष गुलाम अब्बास (किट्टी) ने बताया है की इस वर्ष मुहर्रम के चलते रामलीला का मंच 11 सितम्बर से शुरू किया जा रहा।
"श्री धार्मिक रामलीला कमेटी" के अध्यक्ष गुलाम अब्बास (किट्टी) कहते हैं कि यहाँ के लोग सभी हिन्दू भाई मुहर्रम पर इमाम हुसैन (अ स) का ग़म मनाते हैं और अज़ादारी करने में भी अपना योगदान देते हैं तो इसी लिए हम भी उनके त्योहारों को मनाने के लिए उनको प्रोत्साहित करते हैं। ý
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