कैबिनेट की बैठक को संबोधित करते हुए ईरान के राष्ट्रपति डा रहसन रूहानी ने कहा कि बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ता है कि मुसलमानों
पर आतंकवाद का आरोप वो लगा रहे हैं जिन लोगों ने खुद इस क्षेत्र में आतंकवाद का बीज बोया है। राष्ट्रपति
ने कहा कि आतंकवादियों को हथियार कौन प्रदान
कर रहा है और वो कौन है जो आतंकवादियो से तेल
खरीद कर विश्व बाजार में बेच रहा है ?
डॉक्टर हसन रूहानी ने कहा कि अफसोस इस
बात का है कि कुछ देश आतंकवादियों के हाथ मजबूत कर रहे हैं ईरान के राष्ट्रपति डा रहसन रूहानी ने कहा कि आतंकवाद का समर्थन और उसको
मजबूत करने वालों को जवाबदेह होना ही होगा
।
3 तलाक एवं हलाला पर आपत्ति जताने वाले आखिर नियोग प्रथा पर खामोश क्यों हैं, हलाला ठीक है या ग़लत कम से कम विवाहित महिला शारीरिक संबंध अपने पति से ही बनाती है! पर नियोग प्रथा से संतान सुख के लिए किसी भी ब्राह्मण पुरुष से नियोग प्रथा के अनुसार उससे शारीरिक संबंध बना सकती है! यह कितना बड़ा अत्याचार और पाप हुआ? नियोग प्रथा क्या है? हिन्दू धर्म में एक रस्म है जिसे नियोग कहते है , इस प्रथा के अनुसार किसी विवाहित महिला को बच्चे पैदा न हो रहे हो तो वो किसी भी ब्राह्मण पुरुष से नियोग प्रथा के अनुसार उससे शारीरिक संबंध बना सकती है! नियोग प्रथा के नियम हैं:- १. कोई भी महिला इस प्रथा का पालन केवल संतान प्राप्ति के लिए करेगी न कि आनंद के लिए। २. नियुक्त पुरुष केवल धर्म के पालन के लिए इस प्रथा को निभाएगा। उसका धर्म यही होगा कि वह उस औरत को संतान प्राप्ति करने में मदद कर रहा है। ३. इस प्रथा से जन्मा बच्चा वैध होगा और विधिक रूप से बच्चा पति-पत्नी का होगा , नियुक्त व्यक्ति का नहीं। ४. नियुक्त पुरुष उस बच्चे के पिता होने का अधिकार नहीं मांगेगा और भविष्य में बच्चे से कोई रिश्ता नहीं रखेगा।
Comments
Post a Comment